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रासायनिक अभिक्रियाएँ एवं समीकरण

 रासायनिक अभिक्रिया क्या है :-

                            रासायनिक अभिक्रिया वह प्रक्रिया है जिसमें एक या अधिक पदार्थ (अभिकारक) मिलकर नए पदार्थ (उत्पाद) बनाते हैं। इस प्रक्रिया में पदार्थों की संरचना और गुणों में परिवर्तन होता है।

रासायनिक अभिक्रिया के संकेत (Indicators of Chemical Reactions)

जब रासायनिक अभिक्रिया होती है, तो हम कुछ संकेतों के माध्यम से इसे पहचान सकते हैं:

        1. गैस का उत्सर्जन (Gas Evolution)
                अभिक्रिया के दौरान गैस उत्पन्न होना।
    • उदाहरण :-
      • Zn + H₂SO₄ → ZnSO₄ + H₂↑ (हाइड्रोजन गैस)
      • NaHCO₃ + HCl → NaCl + H₂O + CO₂↑ (कार्बन डाइऑक्साइड गैस)
      • CaCO₃ + HCl → CaCl₂ + CO₂↑ + H₂O
      • Fe + H₂SO₄ → FeSO₄ + H₂
      • Mg + HCl → MgCl₂ + H₂↑
         2. तापमान में परिवर्तन (Change in Temperature)
                अभिक्रिया के दौरान ऊष्मा का उत्सर्जन या अवशोषण।
    • उदाहरण :-
      • CaO + H₂O → Ca(OH)₂ + ऊष्मा (Exothermic reaction)
      • NH₄Cl + Water → घुलनशीलता से ठंडा हो जाता है (Endothermic)
      • Combustion of Methane: CH₄ + 2O₂ → CO₂ + 2H₂O + ऊष्मा
      • Neutralisation: HCl + NaOH → NaCl + H₂O + ऊष्मा
      • Thermite Reaction: Fe₂O₃ + 2Al → 2Fe + Al₂O₃ + ऊष्मा
        3. रंग में परिवर्तन (Change in Color)
            अभिक्रिया के दौरान पदार्थों का रंग बदलना।
    • उदाहरण :-
      • Fe + CuSO₄ → FeSO₄ (हरा) + Cu (लाल-भूरा)
      • Pb(NO₃)₂ + KI → PbI₂ (पीला अवक्षेप)
      • AgCl → Ag (धूसर) + Cl₂ (प्रकाश में)
      • Brown rust: Fe + O₂ + H₂O → Fe₂O₃.nH₂O (भूरा)
      • KMnO₄ का D-Colorisation (वर्गीकृत प्रतिक्रिया में)
        
        4. अवक्षेप का बनना (Formation of Precipitate)
            जब दो घोल मिलाकर अघुलनशील ठोस पदार्थ बनता है।
    • उदाहरण :-
      • BaCl₂ + Na₂SO₄ → BaSO₄ (सफेद अवक्षेप) + 2NaCl
      • Pb(NO₃)₂ + KI → PbI₂ (पीला अवक्षेप)
      • AgNO₃ + NaCl → AgCl (सफेद अवक्षेप)
      • CuSO₄ + NaOH → Cu(OH)₂ (नीला अवक्षेप)
      • FeCl₃ + NH₄OH → Fe(OH)₃ (भूरा अवक्षेप)
        
        5. गंध में परिवर्तन (Change in Odor)
            नई गंध का उत्पन्न होना।
    • उदाहरण :-
      • S + O₂ → SO₂ (तीखी गंध)
      • NH₄Cl + NaOH → NH₃ (तीखी गंध)
      • खाद का सड़ना → H₂S (सड़ी अंडे जैसी गंध)
      • Vinegar (Acetic acid) के साथ Baking soda → CO₂ (अलग गंध)
      • Protein-rich food का सड़ना → Ammonia

रासायनिक समीकरण (Chemical Equations)

                                                            रासायनिक अभिक्रियाओं को व्यक्त करने का प्रतीकात्मक तरीका — रासायनिक समीकरण कहलाता है। इसमें अभिकारक (Reactants) बाईं ओर और उत्पाद (Products) दाईं ओर लिखे जाते हैं।
तीर (Arrow) अभिक्रिया की दिशा दिखाता है।                             उदाहरण:    Mg + O₂ → MgO
संतुलित रासायनिक समीकरण (Balanced Chemical Equation)
                                                ऐसा रासायनिक समीकरण जिसमें अभिकारकों और उत्पादों में सभी परमाणुओं की संख्या बराबर हो। यह द्रव्यमान संरक्षण नियम (Law of Conservation of Mass) का पालन करता है।
    • उदाहरण:-
      • H₂ + Cl₂ → 2HCl ( बायी ओर - H = 2, Cl = 2 | दायी ओर - H = 2, Cl = 2 )
      • 2Mg + O₂ → 2MgO
      • N₂ + 3H₂ → 2NH₃
      • 2KClO₃ → 2KCl + 3O₂
      • Fe + S → FeS

रासायनिक अभिक्रियाओं के प्रकार (Types of Chemical Reactions)

        1. संयोजन अभिक्रिया (Combination Reaction)
            दो या अधिक पदार्थ मिलकर एक नया पदार्थ बनाते हैं।
    • उदाहरण :-
      • C + O₂ → CO₂
      • 2H₂ + O₂ → 2H₂O
      • CaO + H₂O → Ca(OH)₂
      • N₂ + 3H₂ → 2NH₃
      • 2Na + Cl₂ → 2NaCl
        
        2. अपघटन अभिक्रिया (Decomposition Reaction)
               एक यौगिक टूटकर दो या अधिक पदार्थ बनाता है।
    • उदाहरण :-
      • 2Pb(NO₃)₂ → 2PbO + 4NO₂ + O₂
      • 2KClO₃ → 2KCl + 3O₂
      • CaCO₃ → CaO + CO₂
      • H₂O₂ → H₂O + O₂
      • 2AgCl → 2Ag + Cl₂ (प्रकाश में)
        3. विस्थापन अभिक्रिया (Displacement Reaction)
                अधिक क्रियाशील धातु कम क्रियाशील धातु को उसके यौगिक से विस्थापित करती है।
    • उदाहरण :- 
      • Zn + CuSO₄ → ZnSO₄ + Cu
      • Fe + CuSO₄ → FeSO₄ + Cu
      • Mg + HCl → MgCl₂ + H₂
      • Cl₂ + 2KBr → 2KCl + Br₂
      • Al + Fe₂O₃ → Al₂O₃ + Fe
    • क्रियाशीलता श्रेणी (Reactivity Series)
      • पोटैशियम (K)      =>  ( सबसे अधिक क्रियाशीलता )
      • सोडियम (Na)
      • कैल्शियम (Ca)
      • मैग्नीशियम (Mg)
      • एल्युमिनियम (Al)
      • जिंक (Zn)
      • आयरन (Fe)
      • टिन (Sn)
      • लेड / सीसा (Pb)
      • हाइड्रोजन (H)
      • कॉपर / तांबा (Cu)
      • पारा (Hg)
      • सिल्वर / चांदी (Ag)
      • गोल्ड / सोना (Au)
      • प्लेटिनम / प्लेटिनम (Pt)      => ( सबसे कम क्रियाशीलता )
        4. द्वि-विस्थापन अभिक्रिया/दोहरा विस्थापन अभिक्रिया (Double Displacement Reaction)
                दो यौगिक आपस में अपने आयनों की अदला-बदली करते हैं।
    • उदाहरण :-
      • Na₂SO₄ + BaCl₂ → BaSO₄ (सफेद अवक्षेप) + 2NaCl
      • Pb(NO₃)₂ + KI → PbI₂ + KNO₃
      • AgNO₃ + NaCl → AgCl + NaNO₃
      • HCl + NaOH → NaCl + H₂O
      • Ca(OH)₂ + H₂SO₄ → CaSO₄ + 2H₂O
        5. अपचयन/ऑक्सीकरण (Oxidation) और अपचय (Reduction)
                ऑक्सीकरण (Oxidation): इलेक्ट्रॉन का नुकसान / ऑक्सीजन का जुड़ना / हाइड्रोजन का हटना
                       अपचय (Reduction): इलेक्ट्रॉन का प्राप्ति / ऑक्सीजन का हटना / हाइड्रोजन का जुड़ना
    • उदाहरण :-
      • Zn → Zn²⁺ + 2e⁻ (Oxidation)
      • Cu²⁺ + 2e⁻ → Cu (Reduction)
      • C + O₂ → CO₂ (Oxidation)
      • Fe₂O₃ + 3CO → 2Fe + 3CO₂ (Redox)
      • Cl₂ + 2e⁻ → 2Cl⁻ (Reduction)

रासायनिक अभिक्रियाओं का महत्व

रासायनिक अभिक्रिया वह प्रक्रिया है, जिसमें एक या एक से अधिक पदार्थ मिलकर नए पदार्थों का निर्माण करते हैं। यह प्रक्रिया न केवल प्रयोगशालाओं तक सीमित है, बल्कि हमारे दैनिक जीवन, औद्योगिक उत्पादन और जैविक क्रियाओं में भी व्यापक रूप से देखने को मिलती है। रासायनिक अभिक्रियाएँ जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।
  1. औद्योगिक महत्व
    रासायनिक अभिक्रियाओं द्वारा उर्वरक, दवाइयाँ, साबुन, सीमेंट, कागज आदि अनेक वस्तुएँ तैयार की जाती हैं।
    उदाहरण: हैबर विधि से अमोनिया का उत्पादन।

  2. ऊर्जा उत्पादन
    ईंधनों के दहन से ऊर्जा प्राप्त होती है, जिसका उपयोग परिवहन, उद्योग एवं घरों में होता है।
    उदाहरण: पेट्रोल का दहन — वाहनों को ऊर्जा देना।

  3. जैविक प्रक्रियाएँ
    मानव शरीर में पाचन, श्वसन, प्रकाशसंश्लेषण जैसी जीवन-आवश्यक क्रियाएँ रासायनिक अभिक्रियाओं पर निर्भर हैं।
    उदाहरण: ग्लूकोज का ऑक्सीकरण — कोशिकीय श्वसन में ऊर्जा उत्पादन।

  4. पर्यावरणीय संतुलन
    प्राकृतिक चक्र जैसे जलचक्र, नाइट्रोजन चक्र आदि रासायनिक अभिक्रियाओं द्वारा संचालित होते हैं।
    उदाहरण: नाइट्रिफिकेशन प्रक्रिया में अमोनिया से नाइट्रेट का निर्माण।

  5. स्वास्थ्य और रक्षा
    रासायनिक अभिक्रियाओं से दवाइयाँ, टीके, कीटनाशक, परिरक्षक आदि बनाए जाते हैं, जो जीवन की रक्षा में सहायक हैं।
    उदाहरण: एंटीबायोटिक्स का निर्माण।

निष्कर्ष :-    रासायनिक अभिक्रियाएँ हमारे जीवन का अभिन्न हिस्सा हैं। इनके बिना जीवन, उद्योग और पर्यावरण की कल्पना भी असंभव है। इनकी समझ और उचित उपयोग मानव समाज की उन्नति और स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है।






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